जगद्गुरु रामभद्राचार्य को सांस लेने में दिक्कत होने पर एयरलिफ्ट कर देहरादून के अस्पताल में कराया गया भर्ती,
Jagadguru Rambhadracharya was airlifted and admitted to Dehradun hospital due to difficulty in breathing.
देहरादून (उत्तराखंड): आगरा के हाथरस में बीते शाम श्रीराम कथा के दौरान तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य की तबीयत अचानक खराब हो गई. जिसके बाद उन्हें एयरलिफ्ट करके देहरादून एयरपोर्ट पर लाया गया. देहरादून एयरपोर्ट के बाद उन्हें देहरादून के सिनर्जी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. डॉक्टरों का कहना है कि फिलहाल वह खतरे से बाहर हैं और उनकी तबीयत ठीक है. डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, चेकअप में हल्के-फुल्के निमोनिया के लक्षण मिले हैं, जो इलाज से सही हो जाएंगे.
जगद्गुरु रामभद्राचार्य को सांस लेने में हो रही थी परेशानी : तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य को रात लगभग 11:30 पर एयर एंबुलेंस के माध्यम से जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाया गया. इसके बाद डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू किया. सिनर्जी अस्पताल के एमडी कमल गर्ग ने ईटीवी भारत संवाददाता को बताया कि विशेष डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है, फिलहाल वह पूरी तरह से खतरे से बाहर हैं. उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, लिहाजा उनके सभी परीक्षण किए गए हैं. उन्हें हल्के-फुल्के निमोनिया के लक्षण हैं, जो इलाज से सही हो जाएंगे. जगद्गुरु रामभद्राचार्य पहले भी सिनर्जी अस्पताल के डॉक्टर से चेकअप करवाते रहे हैं.
हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि वह अभी कितने दिन और सिनर्जी अस्पताल में भर्ती रहेंगे, लेकिन इतना जरूर है कि उनकी तबीयत खराब होने के बाद से ही उनके भक्त बेहद परेशान हैं. बीते दिनों अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य वहां पर मौजूद थे. इतना ही नहीं राम मंदिर के पूरे मामले में उनकी गवाही बेहद महत्वपूर्ण रही.
बता दें कि जगद्गुरु रामभद्राचार्य हाथरस में रामकथा कह रहे थे, तभी अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई थी. लेकिन वो फिर भी कथा सुनाते रहे. ज्यादा तबीयत खराब होने पर उन्हें आगरा के हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. उनके अनुयायी और शिष्यों को जैसे ही इस बात का पता चला तो हॉस्पिटल के बाहर भीड़ जमा हो गई.वहीं हॉस्पिटल में डॉक्टरों की टीम उनके इलाज में जुटी रही. वहीं, बीते देर शाम जगद्गुरु रामभद्राचार्य को एयरलिफ्ट कर देहरादून के अस्पताल में भर्ती किया गया.